उच्च शिक्षा अनुदान एजेंसी (एचईएफए)
अनुसंधान और संबंधित बुनियादी ढांचे के लिए अतिरिक्त फंड उपलब्ध कराने के लिए, उच्च शिक्षा अनुदान एजेंसी ने अपना परिचालन शुरू कर दिया है
एचईएफए बोर्ड ने हाल ही में छह संस्थानों ,आईआईटी बॉम्बे, दिल्ली, मद्रास, खड़गपुर, कानपुर और एनआईटी सुरतकल – के लिए 2,066.73 करोड़ रूपये की मंजूरी दी
इन फंडों का उपयोग इन संस्थानों के अनुसंधान बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए किया जाएगा ताकि वे वैश्विक स्तर पर अपनी स्थिति में सुधार कर सकें
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सितंबर 2016 में उच्च शिक्षा अनुदान एजेंसी (एचईएफए) को सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक (केनरा बैंक) के साथ एक विशेष प्रयोजन वाहन के रूप में मंजूरी दी थी
इसे संयुक्त रूप से प्रमोटर बैंक और मानव विकास अनुसन्धान मंत्रालय द्वारा 2,000 करोड़ रुपये की अधिकृत पूंजी के साथ वित्त पोषित किया जाएगा
इसमें सरकार की इक्विटी 1,000 करोड़ रुपये होगी
एचआईएफए आईआईटी, आईआईएम, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एनआईटी) और ऐसे अन्य संस्थानों में विश्व स्तर के बुनियादी ढांचे के वित्तपोषण के लिए 20,000 करोड़ रुपये जुटाएगी
एजेंसी को सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों (पीएसयू) और कॉरपोरेट्स से कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) फंड को इकट्ठा करने की उम्मीद है
इन्हें अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए पात्र संस्थानों के अनुदान के रूप में जारी किया जाएगा