यह पुस्तक भारत में राजनीतिक व्यवस्था तथा भारतीय संविधान की विशेषताओं की समीक्षा का प्रयास करती है। यह व्यापक तौर पर सरकार के स्वरूप, संस्थाओं की संरचना, नागरिकों तथा राज्य के विभिन्न अंगों के अंतर्संबंधों का विवेचन करती है। यह मौजूदा समय की भारतीय राजनीतिक व्यवस्था की संवैधानिक रूपरेखा, इसके उद्भव एवं विकास, तथा विभिन्न वर्षों में इसके रूपांतरण का मूल्यांकन प्रस्तुत करती है। यह भारत के संविधान के कार्यकरण से संबद्ध विभिन्न विषयों का भी अवलोकन करती है।

हालांकि, इस पुस्तक को मुख्यतः यूपीएससी सिविल सेवा के सामान्य अध्ययन पेपर (प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा दोनों) की तैयारी हेतु तैयार किया गया है, यह भारतीय राजव्यवस्था की गहन समझ वाले कतिपय वैकल्पिक विषयों के लिए भी बेहद उपयोगी होगी। यह पुस्तक यूजीसी नेट/जेआरएफ तथा सेट (SET) के अभ्यर्थियों के लिए भी लाभप्रद होगी। यह पुस्तक अन्य परीक्षाओं के अभ्यर्थियों के लिए भी सहायक होगी जिनमें इस विषय की जानकारी की अपेक्षा की जाती है। वास्तव में, यह शोधार्थियों, अकादमिक, अध्यापकों, कॉलेज विद्यार्थियों, भारतीय राजनीतिक व्यवस्था की जानकारी प्राप्त करने के इच्छुक, तथा ज्ञानार्जन प्रेमियों के लिए एक संदर्भ पुस्तक है। यह पुस्तक—

  • गहन एवं व्यापक शोध के पश्चात लिखी गई है;
  • संदर्भ एवं स्मरण हेतु महत्वपूर्ण पहलुओं पर ध्यानाकर्षित करते हुए बोधगम्य तरीके से विषय को प्रस्तुत करती है;
  • विभिन्न संदर्भों में विश्व के संविधानों की तुलनात्मक झलक प्रदान करती है;
  • जहां समीचीन प्रतीत हुआ है, उच्चतम न्यायालय के महत्वपूर्ण फैसलों का समावेश करती है; संवैधानिक प्रावधानों का उनके संबद्ध अनुच्छेद के संदर्भ में विवेचन करती है; अनुच्छेद 370 का निराकरण, और इलेक्टोरल बॉण्ड्स जैसे संवैधानिक संशोधनों एवं मुद्दों का आलोचनात्मक विश्लेषण प्रस्तुत करती है;
  • संवैधानिक पहलुओं पर महत्वपूर्ण समितियों की रिपोर्ट प्रस्तुत करती है;
  • न्यायिक सिद्धांत (Judicial Doctrines) और विश्व राजनीतिक व्यवस्था एवं संविधान जैसे नवीन अध्यायों का समावेश करती है;
  • शक्तियों का पृथक्करण, सांविधिक एवं अन्य निकाय, और भारतीय संविधान की कार्यप्रणाली पर अध्यायों को समाविष्ट करती है;
  • प्रत्येक अध्याय के अंत में ज्वलंत एवं सामयिक मुद्दों—पुस्तक की एक ऐसी अद्वितीय विशेषता जो संवैधानिक प्रावधानों तथा राजनीतिक व्यवस्था को इसके व्यवहार के दृष्टिगत समझने में पाठकों की मदद करने हेतु तैयार किए गए हैं—पर ‘परिचर्चा’ के तहत वर्णनात्मक एवं विश्लेषणात्मक लेखों (articles) का समावेश करती है।

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