मानव विज्ञान मानव अध्ययन का एक आकर्षक क्षेत्र है जो अतीत एवं वर्तमान के सभी मानवों का अध्ययन करता है। इसके अंतर्गत सांस्कृतिक मानवशास्त्र, पुरातात्विक मानवशास्त्र, शारीरिक मानव विज्ञान एवं भाषामूलक मानव विज्ञान का समग्र अध्ययन एवं अनुसंधन आता है। एक ओर जहां पुरातात्विक मानव विज्ञान अतीत के मानव क्रियाकलापों का अध्ययन अवशेष के रूप में प्राप्त हस्तकृतियों के आधर पर करता है, वहीं भाषाई मानव विज्ञान में भाषा की उत्पत्ति, विशेषता, स्वभाव, इतिहास, सामाजिक प्रकार्य तथा बाहुल्यता का अध्ययन किया जाता है। इसी प्रकार सामाजिक-सांस्कृतिक मानवशास्त्र, मानव के विचार एवं जीने के तरीके का अध्ययन करता है।

प्रस्तुत पुस्तक में मानव विज्ञान के समस्त पहलुओं एवं क्षेत्रों का सिविल सेवा (मुख्य) परीक्षा के नवीन पाठ्यक्रम के दृष्टिगत समावेश किया गया है। पुस्तक के विभिन्न अध्यायों में दी गयी सामग्री के अतिरिक्त परिशिष्ट में विभिन्न विषयों पर सामयिक, विश्लेषणात्मक एवं व्यावहारिक जानकारी का समावेश किया गया है।

मानव विज्ञान भारत के विभिन्न विश्वविद्यालयों में एक विषय के तौर पर पढ़ाया जाता है। यह संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा (मुख्य) परीक्षा में भी एक विषय है। इस प्रकार यह पुस्तक सिविल सेवा परीक्षा के प्रतियोगी परीक्षार्थियों के साथ-साथ मानव विज्ञान के स्नातकोत्तर विद्यार्थियों, शोधार्थियों, विद्वज्जनों एवं जागरूक पाठकों की जरूरतों को पूरा कर सकेगी।

 

 

Pin It on Pinterest

Share This